धातु सूचकांक में 7.6% की मजबूती
बीएसई के धातु सूचकांक में आज अच्छी बढ़त का रुख है। दोपहर के 3.01 बजे इसके सूचकांक में 7.6% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बढ़त सेल में है, जो 10.35 रुपये या 15.04% की मजबूती के साथ 79.15 रुपये पर है।
बीएसई के धातु सूचकांक में आज अच्छी बढ़त का रुख है। दोपहर के 3.01 बजे इसके सूचकांक में 7.6% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बढ़त सेल में है, जो 10.35 रुपये या 15.04% की मजबूती के साथ 79.15 रुपये पर है।
बुधवार को प्रमुख एशियाई शेयर बाजारों में मजबूती का रुख रहा और इनमें से अधिकांश अच्छी बढ़त दर्ज करने के बाद बंद हुए। हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांक में 5.59% की मजबूती रही। भारत में सेंसेक्स में 5.37% और ताइवान वेटेड में 4.16% की बढ़त रही। जकार्ता कंपोजिट में 3.93% की मजबूती दर्ज की गयी।
बीएसई के रियल्टी सूचकांक में आज सबसे ज्यादा बढ़त है। दोपहर के 2.24 बजे इसके सूचकांक में 6.3% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा डीएलएफ 22.65 रुपये या 10.26% की बढ़त के साथ 243.50 रुपये पर है।
विश्व बैंक ने मंगलवार को चेतावनी दी है कि सन् 1930 के दशक की महामंदी के बाद अब विश्व को दूसरी सबसे बड़ी मंदी का सामना करना पड़ सकता है। एक समाचार एजेंसी के अनुसार, विश्व बैंक का अनुमान है कि सन् 2009 में भारत की विकास दर 5.8% तक पहुंच जाएगी। सन् 2007 में भारत की विकास दर 9% थी। इसी तरह चीन की विकास दर 7.5% तक पहुंच सकती है। अगर इन दोनों देशों को छोड़ दें, तो अन्य विकासशील देशों की विकास दर 2.9% तक जा सकती है।
यूटीवी सॉफ्टवेयर कम्युनिकेशंस ने घोषणा की है कि वह 1 जनवरी 2009 से वॉल्ट डिज्नी की भारत में रिलीज होने वाली हॉलीवुड फिल्मों की बिक्री और वितरण का जिम्मा सँभालेगी। इस घोषणा का यूटीवी सॉफ्टवेयर के शेयर भाव पर सकारात्मक असर दिख रहा है। बीएसई में यूटीवी का शेयर भाव दिन के कारोबार में 239 रुपये का उच्चतम स्तर छूने के बाद 11.55 बजे 3.53% उछल कर 235.90 रुपये पर था।
रिलायंस कम्युनिकेशंस ने अपने फॉरेन करंसी कनवर्टिबल बांड (एफसीसीबी) यानी विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड वापस खरीदने का निर्णय लिया है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एफसीसीबी को समय से पहले वापस खरीदने की अनुमति दिये जाने का फैसला किया था।
इस खबर का शेयर बाजारों में रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर भाव पर सकारात्मक असर दिख रहा है। बीएसई में 11.06 बजे इसका शेयर भाव 4.5% की उछाल के साथ 216.45 रुपये पर है।
2.46: भारतीय शेयर बाजारों की मजबूती बढ़ती जा रही है। सेंसेक्स में 450 अंकों की बढ़त है और यह 9,613 पर है। निफ्टी में 137 अंकों की बढ़त है और यह 2,921 पर है। सीएनएक्स मिडकैप में 1.87% की मजबूती है। बीएसई रियल्टी सूचकांक में 8.5%, धातु सूचकांक में 7.4% और तेल-गैस सूचकांक में 6.6% की मजबूती है। टीईसीके, कैपिटल गुड्स और पावर सूचकांक में 3.7% से अधिक बढ़त है। डीएलएफ में 12.66% की बढ़त दिख रही है। ग्रासिम इंडस्ट्रीज में 10.82% की मजबूती है। टाटा स्टील में 9%, रिलायंस कम्युनिकेशंस में 8.8%, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसीसी में 8.6%, आईसीआईसीआई बैंक में 8.2% और स्टरलाइट इंडल्ट्रीज में 8.1% की बढ़त है। विप्रो, रिलायंस इन्फ्रा, जयप्रकाश एसोसिएट्स, एचडीएफसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा पावर में 7-8% की मजबूती है।
इस रविवार को सरकार ने अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए बड़े सोच-विचार के बाद जो आर्थिक पैकेज सामने रखा, उसका स्वागत लोग आधे-अधूरे मन से ही कर पाये। अब अगर पैकेज आधा-अधूरा था, तो इससे बेहतर स्वागत कैसे होता! और अब उद्योग संगठन फिक्की की एक ताजा रिपोर्ट बता रही है कि क्यों अर्थव्यवस्था को ज्यादा दवा की दरकार है। फिक्की के एक सर्वे के मुताबिक कई क्षेत्रों की उत्पादक (मैन्युफैक्चरर) कंपनियों ने नवंबर 2008 से मार्च 2009 के दौरान अपने उत्पादन में 10-50% तक की कटौती की योजना बना ली है। यह इस बात का सीधा संकेत है कि अगर ऐसी ही आर्थिक अनिश्चितता बनी रही तो आने वाले महीनों में उत्पादक (मैन्युफैक्चरिंग) क्षेत्र में धीमापन रहने वाला है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के संकट के प्रति चिंतित अमेरिकी शेयर बाजारों ने मंगलवार को विभिन्न कंपनियों द्वारा जारी किये गये खराब आंकड़ों के प्रति अपनी निराशा व्यक्त की, फलस्वरूप दिन भर के कारोबार के बाद डॉव जोंस 2.7% की गिरावट दर्ज करने के बाद बंद हुआ। भले ही अमेरिकी शेयर बाजारों में मंगलवार से पहले के दो कारोबारी सत्रों में मजबूती दर्ज की गयी हो, लेकिन उतार-चढ़ाव के क्रम से बाजार और निवेशकों की असहजता साफ दिख रही है। बाजार अभी भी अमेरिका की तीन दिग्गज ऑटो कंपनियों को 15 अरब डॉलर की राहत दिये जाने का इंतजार कर रहा है।
सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए। एशियाई शेयर बाजारों में मंगलवार को कही हरियाली, तो कही लाली छायी। जापान के निक्केई सूचकांक में 0.8% की बढ़त रही, जबकि हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांक में 1.94% की कमजोरी रही।
कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 198 अंक यानी 2.2% की मजबूती के साथ 9,163 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 70 अंक यानी 2.56% की बढ़त के साथ 2,784 पर बंद हुआ। रेपो, रिवर्स रेपो दर के घटने और 20 हजार करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के कारण भारतीय शेयर बाजार सोमवार को अच्छी तेजी के साथ खुले। बीएसई सेंसेक्स ने खुलते ही 9,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया। बीएसई सेंसेक्स 419 अंकों की अच्छी बढ़त के साथ खुला, लेकिन शेयर बाजार के बंद होने पर यह बढ़त महज 198 अंकों की रह गयी। आज सबसे ज्यादा तेजी रियल्टी, धातु, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, पावर, टीईसीके, कैपिटल गुड्स और बैंकिंग क्षेत्रों में आयी। आज हेल्थकेयर क्षेत्र अकेला हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बीएसई के रियल्टी सूचकांक में आज सबसे ज्यादा तेजी है। दोपहर के 1.30 बजे इसके सूचकांक में 7.4% की मजबूती है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा यूनिटेक 3.15 रुपये या 10.23% की बढ़त के साथ 33.95 रुपये पर है।
सरकारी पैकेज आखिरकार आ गया। शनिवार को लाने की बात थी, थोड़ा टला और रविवार को आया। कुल मिलाकर सरकार ने सोचा-विचारा ज्यादा, किया कम। सरकारी उपायों की घोषणा करने वाले योजना आयोग उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने यह बात तो ठीक कही कि 7% विकास दर की संभावना दिखने की वजह से हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते, इसलिए विकास दर को कम कर सकने वाली समस्याएँ सामने आने से पहले हम कदम उठाना चाहते हैं। लेकिन फिलहाल जो कदम उन्होंने सामने रखे हैं, वे पहाड़ जैसी समस्या के सामने राई जितने हैं।
सरकार का आर्थिक पैकेज सही दिशा में है, लेकिन इसकी मात्रा पर बहस हो सकती है। मेरा मानना है कि यह काफी कम है। शायद सरकार को उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) में ज्यादा कटौती करनी चाहिए थी।
शुक्रवार को बेहद कमजोर शुरुआत करने के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों ने काफी तेज वापसी की और आखिरकार डॉव जोंस में 3% की मजबूती रही। आज सुबह एशियाई बाजारों में भी जबरदस्त तेजी का रुख है।