जगदीश ठक्कर
निदेशक, फॉर्च्यून फिस्कल
हमें आशा है कि दक्षिण एशियाई देशों के अपने समकक्षों से भारतीय शेयर बाजार बेहतर प्रदर्शन करेंगे। अगले छह महीनों में निफ्टी 18,000 के स्तर से लगभग 1,200 अंक ऊपर और नीचे के दायरे में रहेगा।
सेंसेक्स ऊपर 63,000 और नीचे 58,000 के दायरे में घूमेगा। दिसंबर 2023 के लिए सेंसेक्स का हमारा लक्ष्य 65,000 और निफ्टी का लक्ष्य 19,250 का है।
कच्चे तेल के दामों में गिरावट और ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सीमित दायरे में रहना भारतीय शेयर बाजार के लिए सबसे सकारात्मक संकेतों में शामिल है। वहीं दुनिया के बड़े देशों के बीच युद्ध से भूराजनीतिक तनाव की संभावना बाजार के लिए सबसे बड़ी चिंता है।
अगले छह महीनों में भारतीय बाजार को कच्चे तेल के दाम और वैश्विक अर्थव्यवस्था के हालात सबसे अधिक प्रभावित करेंगे। भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाले वैश्विक कारकों में रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन और ताइवान के बीच बढ़ता तनाव, चीन में कोरोना के हालात और अमेरिका में मंदी शामिल हैं।
इस साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ब्याज दरों में अधिकतम 0.50% इजाफा कर सकता है, जो दो चरणों में होगा। हमारे बाजार के लिए बजट 2023 बेहद अहम होगा और बाजार पर बजट का संभावित दिशात्मक प्रभाव बहुत सकारात्मक होगा।
अगले 12 महीनों में बाजार से बेहतर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, इन्फ्रास्ट्रक्चर और आईटी होंगे। इस अवधि में कमजोर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में फार्मा और लॉजिस्टिक प्रमुख होंगे। इस साल मेरे सबसे पसंदीदा पाँच शेयरों में टीसीएस, दीपक नाइट्राइट, बैंक ऑफ बड़ौदा, भारती एयरटेल और पूनावाला फिनकॉर्प हैं।
(स्पष्टीकरण : इन शेयरों में विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित हो सकते हैं।)
(शेयर मंथन, 26 जनवरी 2023)
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