तेजी के रुझान के साथ चना वायदा (जून) कीमतों को 3,540 रुपये के स्तर पर सहारा मिलने की संभावना है।
हाजिर बाजारों में कम कीमतों पर माँग में बढ़ोतरी होने और सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदारी किये जाने के कारण चना की कीमतों में 50-75 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। कॉटन वायदा (मई) की कीमतों के 20,900 रुपये से नीचे ही कारोबार करने की संभावना है और इसकी बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। भारतीय कपास संगठन के अनुसार 30 अप्रैल तक कुल 347 लाख बेल कपास की आपूर्ति होने का अनुमान है। इसमें 311 लाख बेल कपास की आवक और 6 लाख बेल आयातित कपास शामिल है। अप्रैल 2018 के अंत तक कपास का कुल स्टॉक 97 लाख बेल होने का अनुमान है, जिसमें 52 लाख बेल कपड़ा मिलों के पास है, जबकि शेष 45 लाख बेल भारतीय कपास निगम के पास है। 2017-18 के अंत तक कपास का कैरी ओवर स्टॉक 21 लाख बेल होने का अनुमान है।
कॉटन सीड ऑयल केक वायदा (जून) की कीमतें 1,290 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 1,350 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। जुलाई-अगस्त में, हरी घासों की उपलब्धता कम हो जाती है। पशु आहार की माँग में बढ़ोतरी की उम्मीद को ध्यान में रखते हुए कारोबारी निचले स्तर पर कॉटन सीड ऑयल केक की खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ ही अगले दो-तीन महीनों में कॉटन सीड के भंडार में भी कमी आने की संभावना है जिससे कॉटन सीड ऑयल केक की आपूर्ति कम हो सकती है। (शेयर मंथन, 09 मार्च 2018)
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