हल्दी वायदा (जून) कीमतों के 7,300-7,500 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
पिछले हफ्ते इसमें उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हुई है। लेकिन कीमतों में किसी तेज गिरावट की संभावना नही है, क्योंकि हाजिर बाजारों में लगातार माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। वर्तमान समय में घरेलू और निर्यात दोनों के लिए जोरदार माँग के कारण रुझान बेहतर है। कारोबारियों को स्थानीय फिंगर वेराइटी के लिए अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं। इसके अतिरिक्त मई के अंतिम हफ्ते में हल्दी का सत्र समाप्त होने वाला है, इसलिए कारोबारी स्टॉक जमा करने के लिए अधिक खरीदारी कर रहे हैं।
जीरा वायदा (जून) कीमतों में उछाल के स्थायी रहने की संभावना नही हैं और कीमतों को 16,155 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है, क्योंकि मौजूदा आपूर्ति अधिक हो रही है। इस वर्ष 70 लाख बैग के उत्पादन के साथ 5 लाख बैग कैरी फॉरवर्ड को देखते हुए जीरे की कुल उपलब्धता 75 लाख बैग है, जबकि खपत 50-55 लाख बैग होने का अनुमान है। इस प्रकार 20-25 लाख बैग जीरा सरप्लस रह सकता है। इसके विपरीत निर्यातक जून-जुलाई में सीरिया और तुर्की में होने वाली फसल कटाई से पहले सतर्क हो गये हैं।
धनिया वायदा (जून) की कीमतों के 4,785-4,875 रुपये के दायरे में कारोबार जारी रहने की संभावना है। यूक्रेन और बुल्गारिया से अधिक आयात के कारण आपूर्ति बढ़ रही है, क्योंकि विदेशों से आयातित धनिया की तुलना में स्थानीय धनिया की कीमत अधिक है। (शेयर मंथन, 14 मई 2018)
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