हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों के 6,590-6,725 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
माँग में बढ़ोतरी होने के कारण महाराष्ट्र के बाजारों में हल्दी की कीमतों में 100-200 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। दक्षिण भारत के बाजारों में कारोबारी गतिविधियों में तेजी का रुझान है। पिछले कुछ दिनों से हल्दी की कीमतों में लगातार नरमी के बाद बड़े कारोबारियों ने निचले स्तर पर हल्दी की खरीदारी करना शुरू कर दिया है। बेहतर मॉनसून के कारण मौजूदा सीजन में हल्दी का उत्पादन 85 लाख बैग होने का अनुमान है।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतों के 19,500-19,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। घरेलू और विदेशी बाजारों से कम माँग के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। दूसरी ओर प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में कम बारिश के कारण कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है।
धनिया वायदा (नवंबर) की कीमतों में 5,750 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी बरकरार रहने की संभावना है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में खराब मौसम के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में धनिया की कीमतों में तेजी का रुझान है। लेकिन बाजारों में आवक अच्छी हो रही है और साथ ही लगातार माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2018)
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतों के 19,500-19,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। घरेलू और विदेशी बाजारों से कम माँग के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। दूसरी ओर प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में कम बारिश के कारण कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है।
धनिया वायदा (नवंबर) की कीमतों में 5,750 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी बरकरार रहने की संभावना है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में खराब मौसम के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में धनिया की कीमतों में तेजी का रुझान है। लेकिन बाजारों में आवक अच्छी हो रही है और साथ ही लगातार माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2018)
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