कॉटन वायदा (अगस्त) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) को 20,380 रुपये के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार आईसीई में कपास की कीमतों में नरमी के रुझान पर घरेलू कपास की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। बेहतर निर्यात के आँकड़ों के कारण आईसीई में कॉटन के दिसम्बर वायदा की कीमतों में साढ़े 3 साल के निचले स्तर से 1% की बढ़त दर्ज की गयी है और दिसंबर वायदा की कीमतें 59.40 सेंट प्रति पाउंड के करीब कारोबार कर रही है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार 1 अगस्त से शुरू हफ्ते में कुल 1,79,500 रनिंग बेल की बिक्री हुई है।
ग्वारसीड वायदा (सितंबर) की कीमतों को 4,350 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है। उत्पादन क्षेत्रों में बारिश में तेजी के बाद बुवाई को बढ़ावा मिला है और चालू खरीफ मौसम में बेहतर उत्पादन की संभावनाएँ बढ़ गयी हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश से उन क्षेत्रों में बुवाई को बढ़ावा मिलेगा, जहाँ किसानों को ग्वार का रकबा बढ़ने की संभावना है, जो अब तक कम बारिश के कारण पिछड़ रहे हैं। राजस्थान के कृषि विभाग के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, इस सीजन में 31 जुलाई तक 1451.50 हजार हेक्टेयर में ग्वार की बुवाई हुई है, जबकि पिछले साल इस दौरान 2612.3 हजार हेक्टेयर में हुई थी।
कैस्टरसीड वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 5,650-5,720 रुपये के दायरे में बाधा कारोबार करने की संभावना है। मॉनसून में प्रगति के कारण गुजरात में कैस्टर की बुवाई का क्षेत्रों 1,10,500 हेक्टेयर हो गया है, लेकिन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 26% कम है। (शेयर मंथन, 09 अगस्त 2019)
ग्वारसीड वायदा (सितंबर) की कीमतों को 4,350 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है। उत्पादन क्षेत्रों में बारिश में तेजी के बाद बुवाई को बढ़ावा मिला है और चालू खरीफ मौसम में बेहतर उत्पादन की संभावनाएँ बढ़ गयी हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश से उन क्षेत्रों में बुवाई को बढ़ावा मिलेगा, जहाँ किसानों को ग्वार का रकबा बढ़ने की संभावना है, जो अब तक कम बारिश के कारण पिछड़ रहे हैं। राजस्थान के कृषि विभाग के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, इस सीजन में 31 जुलाई तक 1451.50 हजार हेक्टेयर में ग्वार की बुवाई हुई है, जबकि पिछले साल इस दौरान 2612.3 हजार हेक्टेयर में हुई थी।
कैस्टरसीड वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 5,650-5,720 रुपये के दायरे में बाधा कारोबार करने की संभावना है। मॉनसून में प्रगति के कारण गुजरात में कैस्टर की बुवाई का क्षेत्रों 1,10,500 हेक्टेयर हो गया है, लेकिन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 26% कम है। (शेयर मंथन, 09 अगस्त 2019)
Add comment