सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,650-3,695 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
वर्तमान समय में आवक कम होने के सीजन के कारण कीमतों को मदद मिल रही है, लेकिन अभी तक बुआई क्षेत्रों में बढ़ोतरी के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लग रही है। सीबोट में सोयाबीन वायदा की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 8.45-8.75 डॉलर के दायरे में सीमित दायरे में रहने की संभावना है। जैव ईंधन के उपयोग के लिए आवश्यक नियमों से तेल रिफाइनरियों को छूट देने के बाद किसानों के बीच बढ़ती नाराजगी को दूर करने के लिए ट्रंप प्रशासन आगामी वर्षों में जैव ईंधन में मिश्रण के कोटे में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी किसान चीन के साथ व्यापार युद्ध और निर्यात कम होने से फसलों की कीमतों में हुई गिरावट से पहले से ही परेशान हैं।
विदेशी बाजारों से नरमी के संकेत के आधर पर सोया तेल वायदा (सितंबर) की कीमतों में 752 रुपये तक गिरावट हो सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों में भी 552-550 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। चीन द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाये जाने के बाद दोनों देशों के बीच विवाद गहराने से खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट हुई है। चीन ने पिछले शुक्रवार को 75 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाये जाने की घोषणा की।
सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतों के 3,910-3,940 रुपये के दायरे में कारोबार होने की संभावना है। लगातार आवक के बीच तेल मिलों की ओर से कमजोर माँग के कारण सेंटीमेंट में नरमी का रुझान है। खरीफ तिलहनों के उत्पादन क्षेत्रों में बढ़ोतरी और अनुकूल मौसम की स्थिति के कारण सेंटीमेंट पर दबाव पड़ रहा है। (शेयर मंथन, 26 अगस्त 2019)
Add comment