हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 5,700-6,100 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
कमजोर माँग और हल्दी की गुणवत्ता के कारण हल्दी की हाजिर कीमतों में सुधार नहीं हो रहा है। इरोड मंडी में हल्दी का मौजूदा बाजार मूल्य वेराइटी के अनुसार इस प्रकार है (रुपये प्रति में) सलेम फिंगर 8,100-8,300 रुपये मिनी सलेम फिंगर 6,100-6,300 रुपये इरोड फिंगर 5,900-6,100 रुपये 8 नंबर फिंगर 5,600-5,800 रुपये सेलम बल्ब 6,000-6,200 रुपये इरोड बल्ब 5,600-5,800 रुपये 8 नम्बर बल्ब 4,500-4,700 रुपये कम आवक और सुस्त माँग ने पिछले महीने इरोड के बाजारों में हल्दी की बिक्री को प्रभावित किया है। एक और कारण यह है कि इरोड में हल्दी की माँग में गिरावट देखी गयी है क्योंकि उत्तर भारत के कई व्यापारियों ने महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से हल्दी खरीदना शुरू कर दिया है, जहाँ कीमतें इरोड बाजार की तुलना में कम हैं।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 13,400-13,900 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की उम्मीद है। विदेशों में माँग घटने से हाजिर बाजारों में सेंटीमेंट कमजोर है। ऊंझा में, एक्सचेंज की गुणवत्ता वाले जीरा की कीमतों 14,400 रुपये प्रति 100 किलोग्राम थी। आवक 9,000-10,000 बैग (1 बैग=55 किलोग्राम) के पास हो रही है।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतें 6,700 रुपये के पास सहारा के साथ 7,000 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। फिजिकल मार्केट में घरेलू खरीदारों की ओर से बेहतर माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। कम आवक ने भी कीमतों में वृद्धि को योगदान दिया। राजस्थान के प्रमुख व्यापारिक केंद्र रामगंज में धनिया की आवक 2,000-3,000 बैग (1 बैग=45 किलोग्राम) के आसपास है। रामगंज में, बादामी और ईगल किस्मों की कीमतें क्रमशः 6,800 रुपये और 7,100 रुपये प्रति 100 किलोग्राम थीं। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2020)
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