सोयाबीन वायदा (नवम्बर) की कीमतों के 4,050-4,150 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
मंडियों में सोयाबीन की आवक अधिक हो रही है जिससे कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। लेकिन पिछले दो से तीन दिनों में हुई बारिश से नमी की मात्रा बढ़ गयी है। मध्य प्रदेश में, सोयाबीन ने 3,500-3850 रुपये के दायरे में कारोबार किया है जिसमें नमी 14%-20% तक है। इसी प्रकार महाराष्ट्र में, मंडियों में सोयाबीन की कीमतें 3,400-3800 रुपये तक होती हैं, जिसमें नमी 15%-22% तक होती है। मिलों की ओर से अधिक माँग बनी हुई है। अर्जेंटीना सोयामील की कीमत एफओबी 420 डॉलर और कांडला बंदरगाह पर भारत के सोयामील की कीमत एफओबी 410 प्रति 12 डॉलर है। छह महीने में सबसे बड़ी गिरावट के बाद शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन वायदा की कीमतों में कल बढ़ोतरी दर्ज की गयी और सबसे सक्रिय नवंबर सोयाबीन की कीमतें 10.44 डॉलर प्रति बुशल पर बंद हुई।
इसके विपरीत, सरसों वायदा (नवम्बर) की कीमतों में नरमी की संभावना है और कीमतों में 5,430-5,400 रुपये तक गिरावट हो सकती है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत के 2020-21 में उत्पादन क्षेत्रों में तेज वृद्धि के कारण रिकॉर्ड 10 मिलियन टन सरसों का उत्पादन होने की संभावना है। 2020-21 (जुलाई-जून) रबी की बुआई के लिए सरकार के पास अच्छी गुणवत्ता वाले सरसों के पर्याप्त बीज हैं। इसमें 25,100 टन की आवश्यकता के मुकाबले प्रमाणित बीजों का कुल भंडार 26,700 टन है।
सोया तेल वायदा (नवम्बर) की कीमतों के 925-935 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतें 795-805 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। मलेशिया में पॉम ऑयल की कीमतों में लगातार सातवें दिन बढ़ोतरी हुई है क्योंकि प्रमुख उत्पादक इंडोनेशिया ने कृषि उत्पादन को प्रभावित करने वाले ला नीना मौसम पैटर्न की चेतावनी दी। दूसरे, मलेशियाई विदेश मंत्री ने कहा कि चीन ने 2023 तक 1.7 मिलियन टन पॉम ऑयल की खरीद करने के लिए वादा किया है। (शेयर मंथन, 14 अक्टूबर 2020)
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