सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 4,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
वैश्विक स्तर पर आपूर्ति को लेकर चिंता कम होने और बाजार की नयी दिशा के लिए अमेरिकी सरकार की फसल रिपोर्ट पर निवेशकों की नजर के कारण कल सोयाबीन वायदा की कीमतों में गिरावट हुई। हाल ही के दिनों में अधिक वर्षा के साथ ही फिर से बारिश के अनुमान से ब्राजील की फसलों को फायदा होने की उम्मीद है, जबकि दूसरे निर्यातक अर्जेंटीना में बारिश ने किसानों को बुआई करने में मदद की है। गुरुवार को कारोबारियों की नजर यूएसडीए की मासिक विश्व आपूर्ति और माँग रिपोर्ट पर रहेगी।
आरएम सीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों को 5,680 रुपये के पास बाधा का सामना करना पड़ रहा है, और कीमतों में 5,550-5,500 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है। मिलें नयी खरीद के लिए इच्छुक नही हैं क्योंकि उच्च कीमतों के कारण सरसों तेल की माँग घटने से समर्थन नहीं मिल रहा है। नवंबर में मासिक पेराई कम होकर 5.00 लाख मीटिंक टन हो गयी, जबकि सितम्बर-अक्टूबर में 6.50-6 लाख टन और अगस्त में आठ लाख टन पुराई हुई थी। अभी भी नेफेड, हैफेड, किसानों, प्रोसेसरों और स्टॉकिस्टों के पास कुल भंडार लगभग 8.50 लाख टन सरसों हैं।
सोयाबीन की कीमतों में नरमी के कारण सोया तेल (दिसंबर) की कीमतों में 1,040-1,035 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है जबकि सीपीओ वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 885 रुपये तक गिरावट हो सकती है। कल मलेशियन पॉम ऑयल वायदा की कीमतों में शुरुआती बढ़त अन्य खाद्य तेलों की की कीमतों में नरमी के कारण समाप्त हो गयी और कीमतें गिरावट के साथ बंद हुई है लेकिन दिसम्बर में कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों में गिरावट सीमित रही। मलेशियन पॉम ऑयल बोर्ड के आँकड़ें 10 दिसम्बर को जारी किये जायेंगे। डॉलियन एक्सचेंज में सोया तेल की कीमतों में 2.5% और और पॉम ऑयल की कीमतों में 2% की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 09 दिसंबर 2020)
Add comment