सोयाबीन वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,240-6,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। आज जारी होने वाली अमेरिकी कृषि विभाग की मासिक आपूर्ति और माँग रिपोर्ट और माँग रिपोर्ट से पहले शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोयाबीन वायदा की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
सीबोट में मई सोयाबीन वायदा की कीमतें 6 सेंट प्रति पाउंड पर आ गयी जबकि जुलाई वायदा की कीमतें 0.41 सेंट प्रति पाउंड की बढ़त के साथ 51.41 प्रति पाउंड पर कारोबार कर रही है।
सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 1,290-1,310 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अप्रैल) की कीमतें 1,130-1,150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। ऐसी खबर है कि खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेलों की कीमतों की समीक्षा करने के लिए अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह को एक प्रस्ताव भेजा है और जल्द ही एक बैठक बुलाई जा सकती है। सूत्रों ने कहा है कि उस बैठक में आयात शुल्क में कटौती का निर्णय लिया जा सकता है। नवम्बर 2020 से खाद्य तेलों पर लागू आयात शुल्क को कम नहीं किया गया है। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल गिरावट हुई है और बेंचमार्कजून डिलीवरी की कीमतें 1.48% की गिराव के साथ 3,788 रिंगिट पर बंद हुई है।
सरसों वायदा की कीमतें संभवत: 6,050-6,200 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। हाल के दिनों में खाद्य मानक नियामक, एफएसएसआई द्वारा 8 जून 2021 से सरसों के तेल के साथ किसी भी प्रकार के खाद्य तेल की मिलावट पर प्रतिबंध लगाने के बाद इस तिलहन की माँग बढ़ गयी है। दूसरी बात, अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की उच्च कीमतों के कारण भी हाजिर बाजारों में सरसों के तेल की कीमतों को बढ़ावा मिल रहा है। अंत में हरियाणा सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करने के बाद कीमतों को मदद मिलेगी। (शेयर मंथन, 09 अप्रैल 2021)
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