कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल स्थिरता रही है। फसल कटाई के मौसम में बारिश के कारण कपास उत्पादन के नुकसान की आशंका के कारण कीमतें अब तक के रिकॉर्ड स्तर 28,130 रुपये पर पहुँच गयी है।
कीमतें यदि 28,760 रुपये के स्तर को पार करती है तो 29,000 रुपये तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। पंजाब में पिंक बॉल कीटों का प्रकोप देखा जा रहा है और गुजरात और महाराष्ट्र के कपास बुवाई क्षेत्रा में अत्यधिक बारिश से कटाई के लिए तैयार फसल को नुकसान हो सकता है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण कपास की कटाई में देरी हुई है। इसके अलावा, सीसीआई ने सोमवार को कपास की बिक्री की अपनी दरों में 200 रुपये प्रति कैंडी की वृद्धि की और इस तरह इस हफ्ते में 700 रुपये की बढ़ोतरी की है।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल 1.8% की गिरावट के साथ बंद हुई है। कीमतों के 5,700 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 6,300 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। सितंबर में अच्छी बारिश का अनुमान से कुछ हद तक ग्वारगम उत्पादन रिकवरी कर सकता है। राजस्थान में अगस्त के अंत तक ग्वारगम का रकबा पिछले साल 25 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 21 लाख हेक्टेयर रह गया है जिससे लगातार चौथे साल उत्पादन कम होगा।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण अरंडी सीड (अक्टूबर) वायदा की कीमतों में कल 1% की गिरावट हुई है। अब कीमतों को 6,000 रुपये पर सहारा के साथ 6,300 रुपये पर रुकावट रह सकता है। एसईए के अनुसार जुलाई और अगस्त 2021 में अरंडी तेल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम रहा लेकिन अप्रैल-अगस्त की अवधि में निर्यात पिछले साल के 2.9 लाख टन की तुलना में 3.2 लाख टन हुआ है। सितंबर में देर से हुई मानसूनी बारिश गुजरात में अरंडी क्षेत्र के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश देर से बोई गयी अरंडी की फसल को प्रभावित कर सकती है। (शेयर मंथन, 01 अक्टूबर 2021)
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