कल की तेज गिरावट के बाद आज शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) होने से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट के अनुमान और भारत द्वारा कच्चे तेल का रिकॉर्ड आयात किये जाने की खबरों के कारण आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। कच्चे तेल की कीमतों को 3,800 रुपये पर सहारा और 4,000 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। अमेरिकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के अनुसार 16 नवंबर को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 1.5 मिलियन बैरल कम होकर 439.2 मिलियन बैरल रह गया। आईईए ने विश्व स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक जोखिमों के कारण वैश्विक तेल बाजार में अनिश्चितता की चेतावनी दी है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के बढ़त के साथ खुलने की संभावना है और कीमतें 310-325 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। निवेशकों की नजर आज गैस भंडार के आँकड़ों पर रहेगी। अमेरिका में मौसम के पैटर्न में तेजी से बदलाव और गैस भंडार में कमी की आशंका के कारण 2008 के बाद पहली बार अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में काफी अधिक अस्थिरता रही है। (शेयर मंथन, 21 नवंबर 2018)