बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए विश्व के प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा प्रोत्साहन दिये जाने और चीन एवं जर्मनी जैसे देशों द्वारा वैश्विक आर्थिक मंदी को लेकर निवेशकों का भय दूर करने के लिए उठाये गये कदमों के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है।
तांबे की कीमतें तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रह सकती है और कीमतों को 448 रुपये पर सहारा और 455 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। विश्व स्तर पर प्रमुख खनन कंपनी बीएचपी ग्रुप ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद से तांबे सहित मेटल की माँग पर कोई असर नही पड़ रहा है।
जिंक की कीमतों के 182 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 186 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। लेड की कीमतों के 152 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 157 रुपये, निकल की कीमतों के 1,110 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 1,140 रुपये और एल्युमीनियम की कीमतों के 139 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 142 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। शंघाई में एल्युमीनियम की कीमतें 9 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। चीन में बाढ़ के बाद आपूर्ति बाधित होने और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए चीन द्वारा उठाये गये कदमों के कारण कीमतों को मदद मिली है। (शेयर मंथन, 20 अगस्त 2019)