कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
कल की गिरावट के बाद आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। विश्व स्तर पर धीमी होती विकास दर की आशंका के बीच आपूर्ति कम होने की संभावना के कारण आज ब्रेंट तेल की कीमतें 60 डॉलर के ऊपर कारोबार कर रही हैं। अब कारोबारियों की नजर जैक्सन हॉल में होने वाले सेमिनार पर है, जहाँ से अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए नीति-निर्माताओं की ओर से कोई संकेत मिल सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के 3,975 रुपये पर सहारे के साथ 4,050 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध के कारण विश्व स्तर पर धीमी होती विकास दर की आशंका से ओपेक और आईईए द्वारा माँग में कमी का अनुमान लगाये जाने से तेल की कीमतों में लगातार दूसरे महीने गिरावट हुई है। लेकिन ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती और ईरान एवं वेनेजुएला से आपूर्ति कम होने के कारण कीमतों को मदद मिली है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतें 158 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 153 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 23 अगस्त 2019)