बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 510 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 502 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी है। कोरोना वायरस के मामलों में फिर से उछाल और महामारी के आर्थिक प्रभाव के अधिक सबूत के कारण निवेशकों का भरोसा टूटने के कारण गुरुवार को लंदन में तांबे की कीमतें फिसल गयी। आँकड़ों से पता चला कि यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी में दूसरी तिमाही में 10.1% की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गयी है और अमेरिकी अर्थव्यवस्था 32.9% वार्षिक दर से कम हुई, जो कि महामंदी के बाद की सबसे तेज गिरावट है। चिली में तांबे की आपूर्ति में व्यवधन उत्पन्न नहीं हुआ है। भले ही वे वायरस से प्रभावित हो रहे हों, लेकिन वे उत्पादन में बढ़ोतरी बनाए हुये हैं, इसलिए तेजी का रुझान कमजोर होता जा रहा है।
जिंक की कीमतें 178 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 184 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 147 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 152 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतें तेजी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है और कीमतों को 1,030 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,065 रुपये के स्तर पर अड़तन रह सकता है।
एल्युमीनियम (अगस्त) की कीमतें 138.30 के पास सहारा के साथ 143 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज में सबसे अधिक कारोबार वाला सितंबर एल्युमीनियम कॉन्टैंक्ट दो साल के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जो प्रमुख उपभोक्ता चीन में अनुमान से बेहतर रिकवरी के कारण 1.8% की बढ़त के साथ 14,720 युआन प्रति टन पर समाप्त हुआ। (शेयर मंथन, 31 जुलाई 2020)