कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 3,090 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोरोना वायरस वैक्सीन के सफल परीक्षण के बाद कच्चे तेल की माँग में बढ़ोतरी की उम्मीद से आज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन कई देशों में नये सिरे से लॉकडाउन के कारण बढ़त सीमित है। इस उम्मीद से भी सेंटीमेंट मजबूत हुआ कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक), रूस और अन्य उत्पादकों के संगठन, जिन्हें ओपेक प्लस के नाम से जाना जाता है, कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी बंद रखेंगे। अमेरिका के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने सिफारिश की कि देश का पहला कोविड-19 टीकाकरण अगले महीने नियामक सहमति के एक या दो दिन के भीतर देना शुरू कर सकते हैं।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 193 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 205 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। वर्ष के मौजूदा समय के दौरान तापमान में गिरावट होने से माँग में बढ़ोतरी की उम्मीद से शुक्रवार को नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी। (शेयर मंथन, 23 नवंबर 2020)