बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 548 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 553 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
कोविड-19 को लेकर तीसरे वैक्सीन से जुड़े विकास और मजबूत अमेरिकी फैक्ट्री आँकड़ों के कारण औद्योगिक धातुओं की माँग के कारण लंदन में तांबे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। नवंबर में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग सितंबर 2014 के बाद से सबसे तेज गति से बढ़ोतरी हुई है जिससे बेस मेटल की अधिक माँग बढ़ गयी। चिली की सरकारी कंपनी कोइचिल्को के अनुसार 2020 में चिली में तांबे का उत्पादन 0.6% बढ़कर 5.82 मिलियन टन होने की संभावना है और 2021 में 5.99 मिलियन टन होने का अनुमान है।
जिंक की कीमतें 214 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 217 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 154 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 157 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। डब्ल्यूबीएमएस के अनुसार 2020 में विश्व लेड बाजार में जनवरी से सितंबर तक 32 हजार टन की कमी दर्ज की गयी है जबकि पूरे 2019 में 278 हजार टन की कमी थी। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,187 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,198 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। चीन की स्टेनलेस स्टील मिलों को आवश्यक घटक फेरोक्रोम के अधिक लागत का सामना करना पड रहा है और यदि संभव हुआ, तो दक्षिण अफ्रीका क्रोम अयस्क के निर्यात पर कर लगाने के प्रस्तावों के साथ आगे जा सकता है।
एक्सचेंज की निगरानी वाले गोदामों में एल्युमीनियम के भंडार में कमी के कारण एल्युमीनियम की कीमतों में 159 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 162 रुपये तक बढोतरी हो सकती है। सितंबर की तुलना में अक्टूबर में चीन का एल्युमीनियम आयात 27.9% कम हो गया है क्योंकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बीच अंतर कम हो गया है। (शेयर मंथन, 24 नवंबर 2020)