कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,390 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,270 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
सऊदी अरब और रूस सहित तेल उत्पादकों द्वारा कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान रिकॉर्ड उत्पादन कटौती का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिये जाने के कारण आज तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी है। ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार 27 नवंबर को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 679,000 मिलियन बैरल की गिरावट हुई, जबकि रायटर पोल में विश्लेषकों को 2.4 मिलियन बैरल की कमी के अनुमान था। गैसोलीन के स्टॉक में 3.5 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई है, जबकि डिस्टिलेट भंडार में 3.2 मिलियन बैरल तक बढ़ गई है।पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक) और रूस ने गुरुवार को 2021 के लिए नीतियों पर सहमत होने के लिए चर्चा फिर से शुरू कर रहे हैं, जबकि पहले हुई चर्चा में कोरोना वायरस की एक नयी लहर के बीच तेल की कमजोर माँग से निपटने के लिए कोई समझौता नहीं किया।
ओपेक और सहयोगी देशों द्वारा 7.7 मिलियन बैरल प्रति दिन की तेल कटौती, या वैश्विक आपूर्ति का 8 प्रतिशत, को कम से कम मार्च 2021 तक जारी रखने की उम्मीद थी। इसबीच ब्रिटेन ने इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने के लिए वैश्विक दौड़ में आगे बढ़ते हुये बुधवार को फाइजर इंक के कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी। ओपेक प्लस समूह तेल उत्पादन में अगले साल की योजनाबद्ध वृद्धि में देरी करने पर विचार कर रहे हैं। ओपेक प्लस जनवरी से 2 मिलियन बैरल प्रति दिन उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रहा था। नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 205 के स्तर पर सहारा के साथ 213 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 03 दिसंबर 2020)