कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है।
कीमतों के 7,380-7,650 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। तेल की कीमतों में आज भी गिरावट जारी है क्योंकि निवेशकों की नजर उपभोग करने वाले देशों से रणनीतिक भंडार से आपूर्ति जारी करने पर है जबकि यमन में संघर्ष विराम के कारण मध्य पूर्व में आपूर्ति व्यवधन की चिंताएं कम हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने सात साल के संघर्ष में पहली बार सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन और ईरान के साथ गठबंधन करने वाले हौथी समूह के बीच दो महीने का समझौता किया है। संघर्ष के दौरान हौथियों द्वारा सऊदी तेल सुविधाओं पर हमला किया गया है, जिससे तेल आपूर्ति बाधित हुई है। उद्योग के सूत्रों ने कहा कि दुनिया के नंबर 2 निर्यातक रूस में तेल और गैस का उत्पादन मार्च में गिरकर 11.01 मिलियन बैरल प्रति दिन रह गया, जो फरवरी में औसतन 11.08 मिलियन बैरल प्रति दिन था। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी प्रतिबंधें और खरीदारों के विरोध से रूसी तेल शोधन और निर्यात प्रभावित हुआ है। रूसी तेल आपूर्ति में कमी का अनुमान 1 मिलियन से 3 मिलियन बैरल प्रति दिन तक है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की कि मई में शुरू होने वाले छह महीनों के लिए अमेरिकी स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व (एसपीआर) से 1 मिलियन बैरल प्रति दिन तक तेल बेचा जायेगा, जिसके कारण पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में लगभग 13% की गिरावट हुई है।
नेचुरल गैस में उच्च स्तर पर मुनापफा वसूली होने की संभावना है और कीमतों को 430 रुपये के स्तर पर सहारा और 445 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 04 अप्रैल 2022)