हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 6,350-6,550 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में हफ्ता-दर-हफ्ता गिरावट हो रही है जिससे पता चलता है कि रुझान अभी भी कमजोर है और शॉर्ट कवरिंग को 5,950 रुपये के स्तर पर बाद का सामना करना पड़ सकता है।
हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 5,680-5,750 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों के 8,100-8,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। बांग्लादेश में लॉकडाउन को 21 अप्रैल तक बढ़ाये जाने की खबर से भारत से निर्यात प्रभावित होने की आशंका है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 5,800 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 5,600-5,500 रुपये के स्तर तक गिरावट होने की संभावना है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 5,760 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,650 रुपये के स्तर तक गिरावट होने की संभावना है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 5,650 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,500-5,450 रुपये के स्तर तक गिरावट होने की संभावना है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट के साथ 5,650-5,600 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों के 8,200-8,500 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। अधिक आयात की संभावनाओं के बीच कीमतों में नरमी का रुझान है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 5,450-5,650 रुपये के कम दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल कम दायरे में कारोबार करने के बाद बढ़त के साथ बंद हुई है। अब कीमतों के 7,100-7,550 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायद (नवम्बर) की कीमतों के 5,700-5,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मसाला उद्योगों की ओर से माँग के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में कल 4.5% की उछाल दर्ज की गयी।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 8,100-8,350 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अधिक कीमतों पर माँग कम होने के कारण इस सप्ताह लगातार दूसरे सत्र में कल हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहा है।
हाजिर बाजारों में कमजोर माँग के कारण हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतें कल गिरावट के साथ बंद हुई है और अब कीमतें 7,450 रुपये के स्तर पर सहारा और 7,665 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है।
कमजोर माँग के बीच नयी बिकवाली के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल 1.5% की गिरावट के साथ बंद हुई और कीमतों के 9,170 रुपये पर बाधा के साथ 8,930 रुपये तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (सितंबर) कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है। कीमतों में अभी भी तेजी का रुझान है और कीमतें 8,100 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 8,400 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
निचले स्तर पर नयी खरीदारी के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें शुक्रवार को 3.2% की बढ़त के साथ बंद हुई और कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 9,910-10,500 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हल्दी वायदा (सितंबर) की कीमतें हाल ही में 5 महीने के उच्च स्तर पहुँच गयी थी लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफावसूली के कारण गिरावट हुई। साप्ताहिक रुझान अभी भी तेजी का है और तेजी आने के बाद कीमतें फिर से 8,700 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!