भारतीय शेयर बाजार अगर कुछ विपरीत स्थितियों से जूझ सका तो यह पूरे द. पूर्व एशिया और यूरोप की तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकेगा।
इस समय बाजार की चिंताओं में मुख्य रूप से मानसून में देरी, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, महँगाई और साथ गैस के दाम बढ़ने से महँगाई और ऊपर जाने की आशंका को गिना जा सकता है। जगदीश वी. ठक्कर, निदेशक, फॉर्च्यून फिस्कल (Jagdish V.Thakkar, Director, Fortune Fiscal)
(शेयर मंथन, 09 जुलाई 2014)
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