कुल मिला कर मेरा मानना है कि ऊर्जित पटेल के चयन पर बाजार की प्रतिक्रिया सकारात्मक ही रहेगी। इसके दो कारण हैं।
एक तो यह कि इसमें बाजार पिछली नीतियों के जारी रहने की संभावना देखेगा। दूसरी बात यह है कि अब अनिश्चितता दूर हो गयी है। अब तक काफी अटकलबाजियाँ चल रही थीं। इसलिए मेरे विचार से बाजार के लिए यह ठीक ही रहेगा। वैसे भी उन्हें डिप्टी गवर्नर से गवर्नर के रूप में पदोन्नति दी जा रही है, इसलिए उन्हें पूरी समझ है कि वहाँ क्या हो रहा है और क्या नहीं हो रहा है। वे अब चीजों को यहाँ से आगे ले जायेंगे।
राजन के फिर से गवर्नर नहीं बनने की जो निराशा है, वह ऊर्जित पटेल के बनने से दूर होगी या नहीं, यह समय ही बतायेगा। हफ्ते दस दिन में निराशा का वह भाव खत्म नहीं हो सकता। पर लोग सोचेंगे कि एक तो अनिश्चितता खत्म हो गयी और जो होना था वह हो गया। दूसरे, नये गवर्नर के रूप में आ रहे ऊर्जित पटेल पर भी लोगों को भरोसा है। प्रदीप गुप्ता, वाइस चेयरमैन, आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज (Pradeep Gupta, Vice Chairman, Anand Rathi Financial Services)
(शेयर मंथन, 22 अगस्त 2016)