कॉटन वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रूझान के साथ 17,000-17,100 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है अक्टूबर में नयी फसल आने से पहले भारत के रिकॉर्ड सरप्लस को कम करने में मदद के लिए कॉटन कॉर्पोरेशन बांग्लदेश को 1.5 मिलियन से 2 मिलियन बेल कपास का निर्यात कर सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका से चीन को अधिक निर्यात के कारण आईसीई में कॉटन वायदा (दिसम्बर) की कीमतों के 66 सेंट प्रति पाउंड स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है। इसके अलावा, फसल को तूफान के खतरे का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने दो उष्णकटिबंधीय दबावों की पहचान की है, जिनमें से एक इस सप्ताह के अंत में मैक्सिको की खाड़ी में प्रवेश कर सकता है और तूफान के रूप में बदल सकता है।
ग्वारसीड वायदा (सितम्बर) की कीमतें 4,100-4,200 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है, जबकि ग्वारगम वायदा (सितम्बर) की कीमतें तेजी रुझान के साथ 6,350-6,550 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है। अमेरिका, चीन और रूस में तेल अन्वेषण क्षेत्र और यूरोप से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की ओर से माँग में बढ़ोतरी हुई है और सितम्बर तक आयातकों से अधिक ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। प्रुमुख खरीदारों में वर्तमान में श्लंबरगर, हॉलिबर्टन और बेकर ह्यूजेस जैसी अमेरिकी कंपनियां प्रमुख हैं। चीन के नेशनल पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और रशियन फर्जी गजप्रॉम नेफ्ट और टैटनेफ्ट की ओर से भी माँग शुरू हो गयी राजस्थान के प्रमुख बुवाई क्षेत्र में बारिश के असमान प्रसार से भी कीमतों को मदद मिल रही है।
मेंथा ऑयल वायदा (सितम्बर) की कीमतों में तेजी दिख रही है और कीमतें 1,000 के करीब सहारा के साथ 1,030 के स्तर पह पहुँच सकती है। यह बताया गया है कि भारत अब मेंथा क्रिस्टल के बडे वैश्विक बाजार पर और चीन के प्रमुख सुगंधित उद्योग से जुड़े अन्य आवश्यक उत्पादों पर नजर गड़ये हुये है। एमसीएक्स में मान्यता प्राप्त गोदामों में मेंथा तेल का स्टॉक 19 अगस्त को घटकर 171731.6 किलोग्राम रहा, जो एक सप्ताह पहले 186850.1 किलोग्राम था (शेयर मंथन, 24 अगस्त 2020)
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