फसल नुकसान की खबरों के कारण सोयाबीन वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 4,000-4,050 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
मप्र में सोयाबीन की फसल को नुकसान की रिपोर्ट से चिंतित सोपा ने अधिकतम प्रभावित क्षेत्रों का एक त्वरित क्षेत्र सर्वेक्षण किया और सर्वेक्षण के आधर पर, सर्वाधिक प्रभावित जिले इंदौर, देवास, उज्जैन, धर, सीहोर, हरदा, शाजापुर, मंदसौर और नीमच है। लेकिन कुछ नुकसान अन्य स्थानों पर भी देखा जाता है। मध्य प्रदेश में, उत्पादन में कुल नुकसान 10% से 12% हो सकता है। लेकिन आने वाले हफ्तों में मौसम का अंतिम पैदावार पर काफी असर पड़ेगा।
सरसों वायदा (सितम्बर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 5,200-5,270 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कम फसल का अनुमान, त्यौहार और मौसमी माँग और नेफेड द्वारा कीमतों में वृद्धि सरसों की कीमतों में तेजी के मजबूत कारक है। बाजार सूत्रों ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी जारी रह सकती है क्योंकि अगली फसल सात महीने बाद आयेगी। किसान अपनी फसल को अपनी आर्थिक जरूरत के अनुसार बेच रहे हैं, और वे सरसों को रोक कर रख सकते हैं क्योंकि भंडारण में नुकसान का कोई डर नहीं है। वित्त वर्ष 2020-21 के अंतिम चार महीनों के दौरान सरसोंमील का निर्यात पिछले वर्ष की समान अवधि के 3,73,477 टन के मुकाबले 17% की बढ़ोतरी के साथ 4,36,480 टन हुआ है।
सोया तेल (सितम्बर) की कीमतों के 885-890 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है, जबकि सीपीओ (सितम्बर) की कीमतों 760 रुपये के बाधा स्तर को पार कर सकती है और 765-770 रुपये के स्तर पर पर पहुँच सकती है। चीन की ओर से अधिक माँग और अमेरिकी मिडवेस्ट में शुष्क मौसम अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों सात महीनों से अधिक समय के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तिलहनों के सेंटीमेंट को मदद मिल रही है। दूसरे, मलेशिया को अगले कुछ दशकों में पॉम बायोडीजल मिश्रणों के उच्च प्रतिशत के लिए अनुमति देने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादकों को अपने बायोडीजल ईंधन में पॉम ऑयल के मिश्रण को 20% तक बढ़ाना है और वर्तमान स्तर को दोगुना करना चाहिये। दिसंबर में बी10 बायोडीजल शासनादेश के तहत, सरकार ने जैव सामग्री को 7% से बढ़ाकर 10% कर दिया। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2020)
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