हल्दी वायदा (सितम्बर) की कीमतों में उच्च स्तर से 6,050 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
इरोड के बाजारों में हल्दी की कीमतें स्थिर रहीं हैं लेकिन बिक्री में गिरावट दर्ज की गयी। खरीदार बहुत सतर्क हैं क्योंकि वे अगले महीने शुरू होने वाले नए सीजन की प्रतीक्षा कर रहे है। उतर भारत के कुछ कारोबारी इरोद क्षेत्रों से हल्दी की खरीदारी कर रहे हैं। कारोबारियों का अनुमान है कि अगले हफ्ते से गुणवत्ता वाली हल्दी की आवक शुरू होगी। खराब गुणवत्ता वाली हल्दी की आवक के कारण बिक्री में गिरावट हुई है। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन की बिक्री यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 5,011-6,089 प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,829-5,519 रुपये के दायरे में रही।
जीरा वायदा (सितम्बर) की कीमतों 14,265-14,465 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में बारिश के कारण हाजिर बाजारों में आवक में गिरावट हुई है। मौजूदा आवक में अधिक नमी और विदेशी खरीदारों की ओर से कम खरीदारी के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है।
धनिया वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 6,700-6,650 रुपये के स्तर तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है । राजस्थान के कोटा मंडी में धनिया की कीमतों में 200 रुपये की गिरावट हुई है जबकि मध्य प्रदेश के कुंभराज मंडी में धनिया की कीमतों में 100-200 रुपये की गिरावट हुई है। कोटा मंडी में लगभग 2,000 बैग की आवक हुई है।
ईगल किस्म का भाव 5,400-5,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गया और बादामी का भाव 5,200-5,500 रुपये प्रति क्विंटल रहा। राजस्थान की रामगंज और बरान मंडी बंद रही। कुंभराज मंडी में ईगल किस्म का भाव 5,700-5,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गया और बादामी का भाव 5,500-5,600 रुपये प्रति क्विंटल रहा। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2020)
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