कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतें रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों में 3% से अधिक की बढ़ोतरी हुई, और कीमतों में एक महीने के निचले स्तर से रिकवरी हुई है क्योंकि डॉलर में गिरावट हुई है।
यूएसडीए के अनुसार 2020-2021 के लिए 212,000 रनिंग बेल कपास की की शुद्ध बिक्री हुई है जो पिछले सप्ताह से 25 प्रतिशत और पिछले 4 सप्ताह के औसत से 5 प्रतिशत अधिक है।
ग्वारसीड (अप्रैल) की कीमतें 3,800-3,750 रुपये तक लुढ़क सकती है जबकि ग्वारगम (अप्रैल) की कीमतें 6,000-5,950 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। जोधपुर में ग्वारगम मिलों ने ग्वारसीड की कीमतों में 30 रुपये की कमी की और कीमतें 3,820-3,860 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही। ग्वारगम की कीमतों में भी 50 रुपये की गिरावट हुई और कीमतें 6,080 रुपये प्रति क्विंटल रह गयी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ग्वारसीड का वर्तमान स्टॉक लगभग 50-60 लाख बैग के कुल उत्पादन में से लगभग 3,23,000 बैग रहने का अनुमान है जबकि ग्वारगम का स्टॉक 19,000 मीटिंक टन अनुमानित है।
मिलों की ओर से लगातार माँग के कारण चना वायदा (अप्रैल) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 5,150-5,180 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों से विशेष रूप से त्योहारी माँग से दाल और बेसन काउंटर के लिए बाजार में खरीदारी की उम्मीद है। महाराष्ट्र में प्रमुख मंडियों में कम आवक और नॉफेड के स्टॉक में कमी के बाद आक्रामक खरीद हुई है। (शेयर मंथन, 12 मार्च 2021)
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