बेस मेटल की कीमतों में तेजी रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 775 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 765 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बाजार सेंटीमेंट के कमजोर रहने के कारण आज शंघाई और एलएमई में बेस मेटल की कीमतों में नरमी रुझान है राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग ने सख्त पर्यवेक्षण और नीति-आधारित विनियमन के तहतह कोयला उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ावा दिया है, साथ ही बाजार के सोंटीमेंट को शांत करने के लिए अटकलों पर अंकुश लगाया है। शंघाई एक्सचेंज के गोदामों में तांबे का भंडार गिरकर 39,839 टन हो गया है, जो 12 साल से अधिक समय में सबसे कम है, जबकि एलएमई में पिछले दो महीनों में 37% गिरकर 1,59,800 टन हो गयी है।
जिंक में बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 287 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 281 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। लेड की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 185-190 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,565 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,600 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। एलएमई नकद निकल तीन महीने के कॉन्टैंक्ट की तुलना में 118 डॉलर प्रति टन के प्रीमियम पर है जो अक्टूबर 2019 के बाद से सबसे अधिक है, जो निकट भविष्य में कम आपूर्ति का संकेत देता है, क्योंकि पिछले चार महीनों में ऑन-वारंट एलएमई स्टॉक 58% गिरकर 75,246 टन हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 236 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 231 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। मिस्टील कंसल्टेंसी ने बताया कि चीन के गुइझोऊ पावर ग्रिड ने 21 अक्टूबर को एक दस्तावेज जारी किया, जिसमें एल्युमीनियम स्मेल्टरों को बिजली के उपयोग को कम करने के लिए कहा गया, जिससे धातु की आपूर्ति प्रभावित हुई। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2021)