बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है और उच्च स्तर से मुनाफा वसूली हो सकती है।
तांबे की कीमतें 835-855 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। शंघाई और एलएमई में निकल को छोड़कर अधिकांश बेस मेटल की कीमतों में कल रात गिरावट हुई क्योंकि निवेशकों को चिंता है कि रूस-यूक्रेन तनाव के कारण यूरोप में ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट हो सकती है। यूक्रेन में युद्ध के कारण आपूर्ति बाधित होने की चिंताओं के बीच और ऐतिहासिक रूप से कम भंडार होने से तांबें की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। एलएमई के पास तांबे का स्टॉक 68,825 टन था, जो 2005 के बाद का सबसे निचला स्तर है। तांबें के सबसे बड़े उत्पादक चिली में 2011 के बाद से जनवरी 2022 में सबसे कम उत्पादन हुआ है, जो दिसंबर 2021 की तुलना में 15% और नवरी 2021 की तुलना में 7.5% कम हुआ है।
निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 3,650 रुपये पर सहारा और 3,850 रुपये पर रुकावट रह सकता है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता से आपूर्ति की चिंता के साथ, स्टेनलेस स्टील और बैटरी की अधिका माँग और कम होते भंडार के कारण निकल की कीमतों को मदद मिल रही है। तीन महीने के कॉन्टैंक्ट पर नकद निकल का प्रीमियम बढ़कर 690 डॉलर प्रति टन हो गया, जो 2007 के बाद से सबसे अधिक है, जो निकट भविष्य में आपूर्ति में कमी का संकेत करता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 297 रुपये के सहारा के साथ 305 रुपये तक बढ़ सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई की ओर बढ़ गईं है क्योंकि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर वित्तीय प्रतिबंधें के कारण रुसल से आपूर्ति को लेकर चिंताएं बढ़ गयी है, जबकि शिपिंग व्यवधनों को लेकर चिंताओं के कारण निकल को बढ़ावा दिया। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधें के कारण दुनिया की तीन सबसे बड़ी कंटेनर लाइनों ने ऐसे समय में रूस से कार्गो शिपमेंट को निलंबित करने पर विवश किया है जब एल्युमीनियम का भंडार कम है। जिंक में बिकवाली हो सकती है और कीमतों को 332 रुपये पर सहारा और 340 रुपये पर बाधा रह सकता है। लेड की कीमतें 185-190 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए रूस पर बढ़ते प्रतिबंधें ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा संकट बढ़ गया है, जिसके कारण अधिक ऊर्जा की खपत वाले जिंक की अतिरिक्त आपूर्ति में व्यवधन पैदा हो सकता है। (शेयर मंथन, 08 मार्च 2022)