यूक्रेन में युद्ध के कारण आपूर्ति में व्यवधन की चिंताओं और कम वैश्विक भंडार से बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है, जबकि पश्चिम यूक्रेन पर हमला करने के लिए पश्चिमी देश रूस पर कई प्रतिबंध लगा रहक है।
प्रतिबंधें ने दुनिया की तीन सबसे बड़ी कंटेनर लाइनों ने रूस से और उसके लिए कार्गो की आवाजाही को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, चीन का केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए इस महीने नीतिगत ब्याज दर में अहम कटौती कर सकता है। लेकिन कारोबार को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि रूस-यूक्रेन संकट कम होने के संकेतों पर मुनाफावसूली कभी भी हो सकती है। तांबे की कीमतें 800-860 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एलएमई, शंघाई और कॉमेक्स के पास मौजूद तांबें का भंडार फरवरी में कम होकर केवल 2,00,000 टन रह गया है जो वैश्विक स्तर पर केवल 3 दिनों की खपत की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। तांबें के सबसे बड़े उत्पादक चिली में 2011 के बाद से जनवरी 2022 में सबसे कम उत्पादन हुआ है, जो दिसंबर 2021 की तुलना में 15% और जनवरी 2021 की तुलना में 7.5% कम हुआ है। लंबे समय तक ऊर्जा की अधिक कीमतों के बाद आपूर्ति में व्यवधन की चिंताओं के कारण जिंक की कीमतें 300 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 360 रुपये तक बढ़ सकती है। यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए रूस पर बढ़ते प्रतिबंधें ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा संकट बढ़ गया है, जिसके कारण अधिक ऊर्जा की खपत वाले जिंक की अतिरिक्त आपूर्ति में व्यवधन पैदा हो सकता है।
लेड की कीमतें 184-194 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। निकल की कीमतें 1,950 रुपये के सहारा के साथ 2,250 रुपये तक बढ़ सकती है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता से आपूर्ति की चिंता के साथ, स्टेनलेस स्टील और बैटरी की अधिक माँग और कम होते भंडार के कारण निकल की
कीमतों को मदद मिल रही है। तीन महीने के कॉन्टैंक्ट पर नकद निकल का प्रीमियम बढ़कर 685 डॉलर प्रति टन हो गया, जो 2007 के बाद से सबसे अध्कि है, जो निकट भविष्य में आपूर्ति में कमी का संकेत करता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 280 रुपये के सहारा के साथ 330 रुपये तक बढ़ सकती है। (शेयर मंथन, 07 मार्च 2022)