कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतें रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों में 3% से अधिक की बढ़ोतरी हुई, और कीमतों में एक महीने के निचले स्तर से रिकवरी हुई है क्योंकि डॉलर में गिरावट हुई है।
अंतराष्ट्रीय बाजार में नरमी के रुझान पर कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 21,000-20,900 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) कीमतें 17,900-18,100 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 21,200 रुपये के नजदीक सहारा रहने की संभावना है। अमेरिका, ब्राजील, पश्चिम अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देशों की तुलना में भारतीय कपास की कीमत कम है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतें 22,110 रुपये के पास सहारा के साथ यह 22,210 रुपये के स्तर तक बढ़ सकती है।
कॉटन वायदा (अगस्त) की कीमतों के 16,250-16,500 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 17,700-17,850 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 17,600-17,750 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (नवंबर) की कीमतों के 19,400-20,000 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अगस्त) की कीमतों के 16,000-16,600 रुपये के दायरे में मजबूत होने की उम्मीद है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 17,400-18,200 रुपये के दायरे में मजबूत होने की संभावना है।
कॉटन वायदा (नवम्बर) की कीमतों के 19,850-20,100 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतें 21,750 रुपये के पास सहारा के साथ यह 22,500 रुपये के स्तर तक बढ़ सकती है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 17,600-17,500 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
कॉटन वायदा (जनवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 20,550-20,750 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना हैं।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 20,200-20,400 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना हैं।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!