सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 3,675-3,715 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (अप्रैल) में बिकवाली का दबाव रह सकता है और 3,730 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ कीमतों में 3,650 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3,500-3,480 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है।
खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कटौती और तिलहन प्रति खाद्य तेलों पर स्टॉक सीमा के कारण सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों में पिछले सप्ताह 5.7% से अधिक की गिरावट हुई।
सोयाबीन वायदा (नवंबर) का कारोबार पिछले हफ्ते (5,270-5,430) काफी कम दायरे में हुआ क्योंकि हाजिर बाजार में नये सोयाबीन की आवक हो रही है।
उच्च स्तर पर बिकवाली के कारण सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतें कल 2% की गिरावट के साथ बंद हुई है जबकि रबी तिलहन फसल की बुआई जोरदार गति से चल रही है।
शॉर्ट कवरिंग के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 1.5% की उछाल दर्ज की गयी है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में शुक्रवार को 3.5% की बढ़त के साथ बंद हुई है।
बिकवाली के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 1% की गिरावट हुई है। कीमतें 6,000 रुपये के स्तर पर रुकावट और 5,800 रुपये के सहारा के साथ कारोबार के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है।
सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3,620 रुपये के स्तर के पास सहारे के साथ 3,700 रुपये तक वापसी की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 3,730 रुपये के पास सहारा रहने की संभावना है, जबकि कीमतों में 3,785 रुपये तक बढ़त हो सकती है।
सोयाबीन वायदा जुलाई की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,650-3,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों में तेजी के रुझान के कमजोर पड़ने की संभावना है और मुनाफा वसूली के कारण 3,900 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है।
मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में शुक्रवार को 3.3% की गिरावट हुई है। कीमतें 6,120 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,600 रुपये तक लुढ़क सकती है।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!