सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3,500-3,480 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है।
हाल ही में सोपा ने तीन प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के 41 जिलों का सर्वे कराया है। सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश और राजस्थान के जिलों में सोयाबीन की फसल कुल मिलाकर बेहतर स्थिति में है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में भी सोयाबीन की फसल की स्थिति अच्छी है। लेकिन मराठवाड़ा में देर से हुई बुआई के कारण फसल अभी शुरुआती अवस्था में है।
सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतें 3,910-3,940 रुपये के काफी कम दायरे में सीमित दायरे में कारोबार कर सकती हैं। स्थानीय पेराई मिलों की ओर से माँग में बढ़ोतरी के कारण हाजिर कीमतों में मजबूती देखी जा रही है। आने वाले दिनों में तेल मिलों और सरसोंमील निर्यातकों की ओर से माँग बढ़ने की उम्मीद है।
सोया तेल वायदा (सितंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 745 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है, जबकि डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के कारण सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतें 532 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। विश्व स्तर पर शेयर और मुद्रा बाजारों में हलचलों के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी से गिरावट हुई है।
डॉलर के मुकाबले रुपया 70.82 रुपया तक लुढ़क गया है। रिंगिट (मलेशियन मुद्रा) के कमजोर होने और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के रुझान पर कल मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी है और कीमतें 2,113 रिंगिट के स्तर पर पहुँच गयी है। मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में तेजी के रुझान पर यूरोपीय बाजारों में भी पॉम ऑयल की कीमतों में तेजी का रुझान है। (शेयर मंथन, 06 अगस्त 2019)
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