सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3,620 रुपये के स्तर के पास सहारे के साथ 3,700 रुपये तक वापसी की संभावना है।
यह तिलहन अमेरिकी सोयाबीन की कीमतों की बढ़त के रुख पर कारोबार कर रहा है। अमेरिका के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में बारिश और मौसम की गड़बड़ी के कारण सोयाबीन की खड़ी फसल को नुकसान हो रहा है। इस वर्ष अमेरिका में फसल की देर से बुवाई और मिडवेस्ट में अधिक बारिश और बाढ़ के कारण पैदावार को नुकसान पहुँचने की संभावना है।
यूएसडीए के अनुसार अमेरिकी सोयाबीन का उत्पादन 3.68 अरब बुशल होने का अनुमान है, जो कम बुआई क्षेत्रों के कारण 16.5 करोड़ बुशल कम है। अमेरिकी सोयाबीन का कुल बुआई क्षेत्रा 7.59 करोड़ एकड़ रहने का अनुमान है, जो जून के अनुमान की तुलना में 34 लाख एकड़ कम है। अमेरिकी सोयाबीन की कीमतों में तेजी के रुख पर विश्व स्तर पर खाद्य तेल की कीमतों को मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त ऐसी खबर है कि चीन अपने आयात शुल्क कोटा प्रबंधन से सोयाबीन तेल, सरसों तेल और पॉम तेल को हटाने की योजना बना रहा है।
उपरोक्त फंडामेंटल को देखते हुए सोया तेल वायदा (सितंबर) और साथ ही सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों को क्रमशः 755 रुपये और 550 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतों को 3,980 रुपये के स्तर पर रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि पेराई मार्जिन काफी कम है और मिलों की ओर से माँग कम हो रही है। इस वर्ष की शुरुआत के बाद से, जुलाई महीने में पेराई का आँकड़ा 9.50 लाख मीट्रिक टन से घट कर 5.25 लाख मीट्रिक टन हो गया है। किसानों, सरकार (नाफेड और हाफेड), प्रोसेसरों के साथ-साथ स्टॉकिस्टों के पास कुल स्टॉक 43.25 लाख टन रहने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 16 अगस्त 2019)
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