मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में शुक्रवार को 3.3% की गिरावट हुई है। कीमतें 6,120 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,600 रुपये तक लुढ़क सकती है।
ग्लोबल ऑयल सम्मेलन के अपडेट के अनुसार, भारत का सोयाबीन उत्पादन पिछले साल के 8.9 मिलियन टन की तुलना में 10 मिलियन टन होने का अनुमान है, लेकिन अभी भी मौसम महत्वपूर्ण है क्योंकि कटाई का मौसम निकट है। नये सीजन के सोयाबीन का मंडियों में पहुँचना शुरू हो गया है और आवक दबाव बढ़ने से पहले थोक खरीदार आक्रामक खरीदारी के लिए सतर्क हैं।
मुनाफा वसूली के कारण आरएम सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में शुक्रवार को 1.7% की गिरावट हुई है। अब कीमतें 8,670 रुपये पर बाधा और 8,450 रुपये पर सहारा के साथ 8,350-8,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। वर्तमान में कम स्टॉक और खपत की माँग जारी रहने से वर्तमान समय में कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में 60% अधिक है। कम स्टॉक और अधिक खपत सीजन की वजह से सरसों का फंडामेंटल मजबूत हैं। बाजार सूत्रों के मुताबिक सरसों का स्टॉक घटकर 30 लाख टन रह गया है। जबकि नये सीजन की आवक में करीब 5 महीने बाकी हैं। खाद्य तेल की कीमतों में पिछले सप्ताह तेजी के रुझान के साथ कारोबार हुआ। शुल्क वैल्यू में बढ़ोतरी और त्योहारी माँग में वृद्धि से कीमतों को समर्थन मिल रहा है। घरेलू आपूर्ति में वृद्धि के कारण 2021-22 में भारत के पॉम ऑयल का आयात एक साल पहले की तुलना में 9% कम होने की संभावना है क्योंकि किसान रिकॉर्ड उच्च कीमतों के जवाब में तिलहन के उत्पादन क्षेत्र का विस्तार कर रहे हैं। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में तेजी और सितम्बर महीने में उत्पादन में कमी के अनुमान और अधिक निर्यात माँग के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में पिछले सप्ताह 5% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
सोया तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,305 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,330 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 1,105 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,125 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 27 सितम्बर 2021)
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