निफ्टी शुक्रवार के सत्र में एक दायरे के अंदर ऊपर-नीचे होता रहा और 7800 के भी नीचे जाने के बाद अंत में सँभल कर मामूली बढ़त के साथ 7850 पर बंद हुआ।
इडेलवाइज सिक्योरिटीज ने अपनी दैनिक तकनीकी रिपोर्ट में बताया है कि शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में निफ्टी 21 घंटों के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) तक ऊपर चढ़ा, पर वहाँ से तीखी बिकवाली आयी और यह नीचे यह 21 दिनों के ईएमए पर मिलने वाले समर्थन स्तर 7781 तक फिसल गया। इसके बाद यह अंत में सँभला। इससे दैनिक चार्ट पर निफ्टी ने लॉन्ग लेग्ड दोजी कैंडलस्टिक बनायी है, जो बाजार में अनिश्चितता की ओर इशारा करती है।
इडेलवाइज का कहना है कि उतार-चढ़ाव का संकेत देने वाला सूचकांक इंडिया विक्स 16.6% पर सपाट बना रहा, जबकि दो महत्वपूर्ण घटनाएँ बीती हैं। इसका मानना है कि आने वाले हफ्तों में इंडिया विक्स का स्तर बढ़ेगा, जिसका मतलब है कि बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है। इडेलवाइज ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि घंटेवार चार्ट पर मोमेंटम ऑसिलेटर अब मंद हो गये हैं और नरमी के दौर का संकेत दे रहे हैं, जबकि दैनिक चार्ट पर ये मिला-जुला संकेत दे रहे हैं।
ब्रोकिंग फर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि साप्ताहिक चार्ट पर मार्च-अप्रैल की मजबूत उछाल के बाद एक स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक संरचना बनी है। यह कैंडल तेजी रुकने का संभवतः आने वाले हफ्तों में गिरावट का इशारा करती है। हालाँकि इसके लिए यह जरूरी होगा कि निफ्टी इस कैंडल के निचले स्तर 7772 को दमखम के साथ तोड़े। वहीं ऊपर की ओर बढ़त की संभावनाएँ सीमित लग रही हैं। इडेलवाइज के मुताबिक निफ्टी के सामने 7980-8000 के स्तरों पर कड़ी बाधा रहेगी और इस बाधा के पार होने पर आगे बढ़ने की संभावनाएँ खुलेंगी। इडेलवाइज की सलाह है कि 7900 के पास जाने पर बिकवाली सौदा किया जा सकता है, जिसमें 7700-7650 का लक्ष्य रखा जा सकता है, हालाँकि इसमें 8000 पर सख्त तरीके से घाटा काटने का स्तर (स्टॉप लॉस) रखा जाये। (शेयर मंथन, 02 मई 2016)
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