शुक्रवार को निफ्टी 50 (Nifty 50) के 8,600 के मुकाम के पास पहुँचने पर बाजार में थोड़ी मुनाफावसूली हुई और निफ्टी 0.28% गिरावट के साथ 8,541 पर बंद हुआ।
हालाँकि गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को शुरुआत सकारात्मक रही और जल्दी ही निफ्टी 8,594 तक चढ़ गया। मगर यह शुरुआती बढ़त को इसके आगे नहीं ले जा सका और वहाँ से तेजी से फिसल गया। बाद में यह नीचे के स्तरों पर एक छोटे दायरे में बँधा रहा।
इडेलवाइज सिक्योरिटीज ने अपनी दैनिक रिपोर्ट में कहा है कि बाजार में यह कमजोरी आईटी क्षेत्र में हुई बिकवाली की वजह से आयी। कारोबार की मात्रा औसत से ज्यादा रही और बाजार में चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात 1:2 का रहा, यानी एक चढ़ने वाले शेयर की तुलना में गिरने वाले 2 शेयर थे। उतार-चढ़ाव दर्शाने वाला सूचकांक इंडिया विक्स (India VIX) बढ़ कर 15.6% पर रहा।
इडेलवाइज की इस तकनीकी रिपोर्ट में कहा गया है कि दैनिक चार्ट पर निफ्टी ने एक स्पिनिंग टॉप कैंडल संरचना बनायी है, जो बाजार में अनिश्चितता और यहाँ से एक गिरावट की संभावना को दिखाती है। लिहाजा इसका कहना है कि अभी खरीदारी सौदों को लेकर सावधानी बरतने में समझदारी होगी। मोमेंटम ऑसिलेटर हद से ज्यादा खरीदारी की सीमा पर होने के संकेत दे रहे हैं, जो निकट भविष्य के लिए सावधान रहने का ही संकेत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहाँ मौजूदा तेजी में निफ्टी 8,650 की ओर बढ़ता दिख रहा है, वहीं 8,475 के नीचे फिसलना गिरावट की चाल का संकेत होगा। लिहाजा वैसी स्थिति में छोटी अवधि के खरीदारी सौदों से निकल जाना बेहतर होगा। निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण समर्थन स्तर 21 दिनों के ईएमए (8,339) पर है। (शेयर मंथन, 18 जुलाई 2016)
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