सोयाबीन वायदा (जुलाई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,400-3,380 रुपये के स्तर पर लुढ़कने की संभावना हैं।
मिलों की ओर से कमजोर खरीदारी के कारण देश के प्रमुख बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में गिरावट हुई है। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की हाजिर कीमतें 50 रुपये की गिरावट के साथ 3,450-3,500 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं, जबकि सोयामील की कीमतें 29,000 रुपये प्रति टन के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। सोयामील की बिक्री कम होने के कारण मिलों का मार्जिन प्रभावित हो रहा है, इसलिए मिलों की ओर से कम खरीदारी हो रही है। मौजूदा खरीफ सीजन में सोयाबीन के बुआई क्षेत्र में बढ़ोतरी की संभावना के बीच सोया तेल की कीमतो में भी नरमी का रुझान है। पिछले हफ्ते तक देश भर में सोयाबीन की बुआई पिछले वर्ष की समान अवधि के 13,000 हेक्टेयर की तुलना में 30.8% बढ़कर 30.8% हो गया है।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (जुलाई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 748 रुपये के स्तर पर लुढ़कने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों में 635 रुपये के स्तर तक गिरावट हो सकती है। सीबोट में सोयाबीन की कीमतों में नरमी के रूझान और पॉम ऑयल के कम होते निर्यात और बढ़ते भंडार के कारण बीएमडी में पॉम ऑयल की कीमतें एक महीने के निचले स्तर पर पहुँच गयी है। सरसों वायदा (जुलाई) की कीमतें नरमी के कारण 3,950 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। मिलों की ओर से सरसों की माँग कम हो गयी है, क्योंकि सरसों तेल की कीमतों में गिरावट के कारण मिलों का मार्जिन कम हो गया है। (शेयर मंथन, 12 जून 2018)
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