हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 6,300-6,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हाजिर बाजरों में अच्छी क्वालिटी और वेराइटी की कीमतों में 50 रुपये से 200 रुपये तक बढ़ोतरी हुई है। रूट वेराइटी की कीमतों में 100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 6,339-7,056 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,689-6,639 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 6,309-7,699 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,699-6,510 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतें 16,850 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 17,140 रुपये तक रिकवरी कर सकती हैं। प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में जीरे की बुआई में 10-15 दिनों की देरी होने से संभावना से कीमतों को मदद मिल सकती है।
धनिया वायदा (नवंबर) कीमतों में तेजी का रुझान है और कीमतों में 7,300-7,400 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। इस वर्ष नयी फसल की बुआई में देरी की संभावना और जोरदार माँग के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतें 2,485 रुपये के सहारा स्तर से नीचे टूट सकती है और कीमतों में 2,380-2,350 रुपये तक गिरावट हो सकती है। मसाला बोर्ड के ई-ऑक्सन केन्द्र बोदीकयानूर में बड़े ग्रेड की इलायची की कीमतों में गिरावट होनी शुरू हो गयी है। उत्पादन क्षेत्रों मौजूदा बारिश के बाद आगामी महीनों में आवक बेहतर होने की संभावना से नरमी का सेंटीमेंट है। वर्तमान समय में अधिकांश कारोबारी ताबड़तोड़ खरीदारी से हिचक रहे हैं और इस कारण खरीदारी कम हो रही है। (शेयर मथन, 05 नवंबर 2019)
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