नयी खरीदारी के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 1.7% की बढ़ोतरी हुई है। यदि कीमतें 6,390 रुपये के बाधा स्तार को पार करती है तो कीमतों के 6,500 रुपये स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
महत्वपूर्ण खबर में, सोयामील आयात की तारीखों को अक्टूबर 2021 से अलग साल जनवरी तक बढ़ा दिया गया, जिससे सोयाबीन की कीमतों पर कुछ दबाव पड़ सकता है। हाल ही सोपा के अनुसार सोयाबीन का रकबा पिछले साल के 118.4 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस सीजन में 123.5 लाख हेक्टेयर हो गया है।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण आरएम सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल 1.5% की बढ़त के साथ बंद हुई। कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 8,500-8,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। स्टॉक घटकर 30 लाख टन रह गया है। जैसे-जैसे कीमत बढ़ रही है, बाजारों में आवक भी बढ़कर 2 लाख बैग से अधिक हो गयी है। खाद्य तेल काउंटर में देश में तिलहन की कीमतों में कमी, कम आयात शुल्क और उच्च स्टॉक स्तर के बावजूद कल खाद्य तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। एसपीओए द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, स्टॉक का स्तर मासिक स्तर पर 3% और वार्षिक पर 17% अधिक है सरकार ने कच्चे पॉम तेल के आयात शुल्क में 101 डॉलर प्रति टन की बढ़ोतरी की है। इसने कच्चे सोयाबीन तेल के आधार आयात मूल्य में भी 100 डॉलर प्रति टन की बढ़ोतरी की। निर्यात में उछाल और उत्पादन को लेकर चिंता के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतें बढ़कर छह दिन के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है।
सोया तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 1,310 रुपये के स्तर सहारा के साथ 1,300-1,360 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। सीपीओ वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 1,100-1,130 रुपये के दायरे में कारोबार की संभावना है। (शेयर मंथन, 17 सितम्बर 2021)
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