उत्पादन अनुमान से कम रहने के डर से नयी खरीदारी से सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गयी।
अब यदि कीमतें 6,200 रुपये से ऊपर खुलती है तो यह 6,400 रुपये की ओर बढ़ सकती है। अब सपोर्ट 6,000 रुपये पर है। ग्लोबल ऑयल सम्मेलन के अपडेट के अनुसार, भारत का सोयाबीन उत्पादन पिछले साल के 8.9 मिलियन टन की तुलना में 10 मिलियन टन होने का अनुमान है, लेकिन अभी भी मौसम महत्वपूर्ण है क्योंकि कटाई का मौसम निकट है। नये सीजन के सोयाबीन का मंडियों में पहुँचना शुरू हो गया है और आवक दबाव बढ़ने से पहले थोक खरीदार आक्रामक खरीदारी के लिए सतर्क हैं।
बेहतर माँग के कारण आरएम सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल 0.7% की बढ़त के साथ बंद हुई हैं और अब कीमतें 8,600 रुपये के सहारा के साथ 8,700 रुपये के स्तर को पार करती है तो 8,800 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की उम्मीद है। कम स्टॉक और खपत की माँग जारी रहने से वर्तमान समय में कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में 60% अधिक है। बाजार सूत्रों के मुताबिक सरसों का स्टॉक घटकर 30 लाख टन रह गया है। जबकि नये सीजन की आवक में करीब 5-6 महीने बाकी हैं। खाद्य तेल में कल तेजी का रुख रहा। शुल्क वैल्यू में बढ़ोतरी से कीमतों को मदद मिल रही है। घरेलू आपूर्ति में वृद्धि के कारण 2021-22 में भारत के पॉम ऑयल का आयात एक साल पहले की तुलना में 9% कम होने की संभावना है क्योंकि किसान रिकॉर्ड उच्च कीमतों के जवाब में तिलहन के उत्पादन क्षेत्र का विस्तार करते हैं। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में तेजी और सितम्बर महीने में उत्पादन में कमी के अनुमान और अधिक निर्यात माँग के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल 3% बढ़ोतरी हुई है। इस सप्ताह सीबीओटी पर सोया तेल की कीमतों में 1.6» की वृद्धइ हुई।
सोया तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 1,310 रुपये पर सहारा के साथ 1,335 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,115 रुपये पर सहारा के साथ 1,135 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 24 सितम्बर 2021)
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