शॉर्ट कवरिंग के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है। कीमतें 6,040 के स्तर पर बाधा और 5,885 रुपये के सहारा के साथ कारोबार के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है।
ग्लोबल ऑयल सम्मेलन के अपडेट के अनुसार, भारत का सोयाबीन उत्पादन पिछले साल के 8.9 मिलियन टन की तुलना में 10 मिलियन टन होने का अनुमान है, लेकिन अभी भी मौसम महत्वपूर्ण है क्योंकि कटाई का मौसम निकट है। नये सीजन के सोयाबीन का मंडियों में पहुँचना शुरू हो गया है और आवक दबाव बढ़ने से पहले थोक खरीदार आक्रामक खरीदारी के लिए सतर्क हैं।
मुनाफा वसूली के कारण आरएम सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 0.5% की गिरावट हुई है। अब कीमतें 8,550 रुपये पर बाधा और 8,440 रुपये पर सहारा के साथ 8,350-8,650 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। देशभर में सरसों की आवक 1.60 लाख से बढ़कर 1.70 लाख बोरी हो गयी। कारोबारियों के मुताबिक मंडियों में सोयाबीन की नयी आवक शुरू होने से पेराई संयंत्रों की खरीद धीमी हो गयी है। दूसरी ओर शुल्क में कमी से खाद्य तेल के आयात में वृद्धि हुई है जिससे सरसों पर भी दबाव पड़ा है। सरसों के तेल की कीमतों में भी गिरावट आई है। लेकिन सरसों का स्टॉक काफी कम होने से कीमतों को 8,000 रुपये के स्तर से ऊपर समर्थन मिल सकता है। कल खाद्य तेल की कीमतों में मिला-जुला कारोबार हुआ। शुल्क वैल्यू में बढ़ोतरी और त्योहारी माँग में वृद्धि से कीमतों को समर्थन मिल रहा है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में नरमी और उत्पादन बेहतर रहने के अनुमान के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल 1% से अधिक की गिरावट हुई है।
सोया तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,305 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,340 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 1,110 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,130 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 28 सितम्बर 2021)
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