उच्च स्तर पर बिकवाली के कारण कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 1.85% की गिरावट दर्ज गयी है।
फसल कटाई के मौसम में बारिश के कारण कपास उत्पादन के नुकसान की आशंका के कारण कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर 29,090 पर पहुँच गयी थी। अब कीमतें 28,000 रुपये पर सहारा के साथ 27,800-29,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। कताई मिलों की कमजोर माँग के बीच महाराष्ट्र प्रति गुजरात के बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे सत्र में कपास की कीमतें स्थिर रहीं, जबकि दैनिक आवक में वृद्धि दर्ज की गयी।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 1.7% की गिरावट हुई हैं। अब कीमतों के 5,800 रुपये के सहारा के साथ 5,600 रुपये तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है। फसल कटाई का सीजन नजदीक आने के कारण कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। लेकिन ग्वारगम के कम उत्पादन क्षेत्र और ग्वारगम की लगातार निर्यात माँग के कारण इस वर्ष कीमतों में 40% की बढ़ोतरी हुई है। चालू सीजन में राजस्थान में ग्वारगम का रकबा पिछले साल की तुलना में लगभग 4 लाख हेक्टेयर कम होकर 21 लाख हेक्टेयर रह गया है।
यह लगातार चौथे साल कम उत्पादन क्षेत्रा है। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण अक्टूबर में ग्वारगम के निर्यात में तेजी आने की उम्मीद है। उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण अरंडी सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में लगभग 1.4% की गिरावट हुई है और अब कीमतों के 6,000 रुपये पर सहारा और 6,200 रुपये पर बाधा के साथ 5,950-6,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। एसईए के अनुसार जुलाई और अगस्त 2021 में अरंडी तेल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम रहा लेकिन अप्रैल-अगस्त की अवधि में निर्यात पिछले साल के 2.9 लाख टन की तुलना में 3.2 लाख टन हुआ है। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2021)
Add comment