मिले-जुले रुझानों के कारण कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
तेल की कीमतों को 4,000 रुपये के स्तर पर सहारा है और आगे इसमें 4,080 रुपये तक बढ़त हो सकती है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के गहराने की आशंका और अमेरिकी ड्रिलिंग में बढ़ोतरी के कारण शुक्रवार को लगभग 2% की गिरावट के बाद आज तेल की कीमतों में स्थिरता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे चीन पर 100 बिलियन डॉलर का अतिरक्त शुल्क लगाने पर पुनर्विचार करें। इस बीच बेकर ह्यू़ज की रिपोर्ट के अनुसार 6 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में तेल रिंगो की संख्या 11 बढ़ कर 808 हो गयी है। एमसीएक्स में नेचुरल गैस वायदा की कीमतों की 172 रुपये स्तर पर सहारा रहने की संभावना है। अमेरिका में समान्य से अधिक ठंड के अनुमान के कारण शक्रवार को नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में लगभग 1% की बढ़ोतरी हुई। (शेयर मंथन, 09 अप्रैल 2018)