कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,260 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,040 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी स्टीमुलस वार्ता में प्रगति को लेकर गतिरोध और डॉलर के मजबूत होने के कारण कल तेल की कीमतों में गिरावट हुई लेकिन अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में फिर से गिरावट की रिपोर्ट के बाद कीमतें पाँच महीने के उच्च स्तर के पास बरकरार रही। न्यूयॉर्क में कच्चा तेल वायदा की कीमतें कल 0.8% की गिरावट के बाद पिफर से बढ़कर 42 प्रति बैरल से अधिक हो गयी। अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के अनुसार पिछले सप्ताह अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 4.01 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है। यदि सरकारी आँकड़ों की पुष्टि की जाये तो यह लगातार तीसरी साप्ताहिक गिरावट होगी। ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन इस वर्ष 11.26 मिलियन बैरल जो जुलाई के 11.63 मिलियन बैरल के अनुमान से कम है।
एपीआई के अनुसार गैसोलीन और डिस्टिलेट का भंडार भी पिछले हफ्ते कम हो गया है लेकिन कुशिंग स्टोरेज हब में भांडार 1.1 मिलियन बैरल बढ़ा है। नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट पूरी हो गयी है और अब उछाल दर्ज की जा सकती है और कीमतों को 156 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 167 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 12 अगस्त 2020)