अमेरिकी नेतृत्व में प्रमुख उपभोक्ताओं की ओर कच्चे तेल का भंडार का जारी करने के बाद पहली तिमाही में वैश्विक स्तर पर आपूर्ति अधिशेष बढ़ने की चिंताओं और एक नये कोविड-19 संस्करण के प्रसार से निवेशकों के बीच भय से तेल की कीमतों में 4% से अधिक की गिरावट हुई।
कोविड के नये संस्करण के कारण फिर से आवाजाही पर फिर से रोक की संभावना से माँग के कमजोर होने की आशंका से व्यापक वित्तीय बाजारों के साथ-साथ तेल की कीमतों में भी गिरावट हुई है, जबकि अमेरिकी छुट्टियों के कारण बाजार की भागीदारी कम हो गयी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने कीमतों को कम करने की कोशिश करने के लिए चीन, भारत और जापान सहित अन्य बड़े उपभोक्ता देशों के साथ समन्वय में रणनीतिक भंडार से लाखों बैरल तेल जारी करने की योजना की घोषणा की। 29 नवंबर को विश्व शक्तियाँ और ईरान 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत फिर से शुरू करेंगे, जिससे ईरानी तेल निर्यात पर अमेरिकी प्रतिबंध हट सकते हैं। तेल की ऊँची कीमतों ने मुद्रास्फीति को लेकर चिंताओं को और बढ़ा दिया है। इस सप्ताह कच्चे तेल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार करना जारी रख सकती हैं जहां कीमतों को 5,400 के पास सहारा रह सकता है और 5,730 रुपये के पास रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।
हाल के महीनों में नेचुरल गैस की बढ़ती कीमतें अमेरिकी नेचुरल गैस के भंडार स्तर को दर्शाती हैं जो पाँच वर्षो के औसत स्तर (2016-20) से नीचे हैं। अधिक कीमतों के बावजूद बिजली उत्पादन के लिए नेचुरल गैस की माँग अपेक्षाकृत अधिक बनी हुई है, जिसने यू.एस. तरलीकृत नेचुरल गैस (एलएनजी) की मजबूत वैश्विक माँग के साथ-साथ नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट पर रोक लगा दिया है। पूरे अमेरिका में ठंडी स्थिति बनी हुई है जिसके परिणामस्वरूप माँग में बढ़ोतरी हुई है। इस सप्ताह कीमतों में तेजी का रुझान जारी रह सकता है जहाँ निचले स्तर से खरीदारी की उम्मीद है। कीमतों को 355 रुपये के पास सहारा और 420 रुपये के पास अड़चन देखा जा रहा है। (शेयर मंथन, 29 नवंबर 2021)