कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों के 4,820-5,000 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
पिछले सत्र में भारी गिरावट के बाद आज तेल की कीमतों में कुछ रिकवरी हुई है, जबकि प्रमुख उत्पादकों ने इस बात पर चर्चा करने के लिए तैयार है कि ओमिक्रॉन संस्करण से ईंधन की माँग को प्रभावित होने के खतरे का जवाब कैसे दिया जाये। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बुधवार को बैठक होगी। जबकि कुछ विश्लेषकों को उम्मीद है कि ओमिक्रॉन संस्करण के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए यात्रा प्रतिबंधें से माँग के कमजोर होने की आशंका से ओपेक प्लस जनवरी में प्रति दिन 4,00,000 बैरल प्रति दिन बढ़ाने की योजना को रोक देगा। कई ओपेक प्लस मंत्रियों ने कहा है कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। भले ही ओपेक प्लस जनवरी में अपनी नियोजित आपूर्ति वृद्धि के साथ आगे बढ़ने के लिए सहमत हो, लेकिन उत्पादकों को इतना अधिक उत्पादन बढ़ाने के लिए कोशिश करना पड़ सकता है। अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान उद्योग समूह के आँकड़ों के अनुसार, 26 नवंबर को समाप्त सप्ताह में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 7,47,000 बैरल की गिरावट हुई है जो अनुमान से कम गिरावट है। उसी समय, विश्लेषकों के पूर्वानुमानों की तुलना में गैसोलीन के भंडार में 2.2 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई, जबकि डिस्टीलेट स्टॉक में 7,89,000 बैरल की वृद्धि हुई, जो विश्लेषकों के अनुमान से अधिक है।
नेचुरल गैस की कीमतों में दोनों तरफ कारोबार की संभावना है और कीमतों को 338 रुपये के स्तर पर सहारा और 355 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2021)