कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का तेल कंपनियों के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ा है।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बरकरार रह सकती है और कीमतें 3,860-3,950 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,260 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,080 के स्तर पर सहारा रह सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्थिक विकास के संकेत और उत्पादकों द्वारा कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी को जारी रखने की प्रतिबद्धता के कारण कच्चे तेल की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 3,800-4,250 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के साथ खुलने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,140 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 2,940 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 2,850 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,670 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3730-3800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,490 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,390 के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,460 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,380 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,530 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,440 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,680-3,765 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है।
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सितंबर 2024 से मार्च 2025 तक निफ्टी 50 में 16.4%, निफ्टी मिडकैप 100 में 23.1% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 27% की गिरावट दर्ज हुई है। क्या इस गिरावट ने बाजार में ‘सेल’ वाली स्थिति ला दी है?
निवेश मंथन के फरवरी 2025 अंक की आमुख कथा यह बता रही है कि सालाना 12 लाख रुपये से ऊपर भी आपकी आय करमुक्त कैसे रह सकती है। जी हाँ, 12 लाख तक ही नहीं, इससे अधिक कमाई पर भी संभव है शून्य आय कर।