कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है।
विकासशील देशों के संकट और व्यापार विवाद के कारण माँग कम होने की आशंका से होने से आज विश्व बाजार में तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। बढ़ते व्यापार विवाद के कारण माँग कम होने की आशंका है। यद्यपि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से विश्व स्तर पर तेल की आपूर्ति कम हो रही है। लेकिन विश्व स्तर पर आर्थिक जोखिम बढ़ रहा है। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 0.35% की गिरावट के साथ 77.78 डॉलर पर और डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 0.46% की गिरावट के साथ 68.89 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। कच्चे तेल की कीमतों को 4,925 रुपये पर सहारा और 5,050 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 202-207 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में समान्य से अधिक तापमान के बाद वातानुकूलन के लिए अधिक माँग की संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में छ: हफ्ते के निचले स्तर से बढ़त दर्ज की गयी है। इस बीच गैस का भंडार पाँच वर्ष के औसत से लगभग 18% कम हो गया है। (शेयर मंथन, 18 सितंबर 2018)
Add comment