कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है।
ईरान द्वारा बहुदेशीय परमाणु समझौते पर आपातकालीन वार्ता करने के प्रस्ताव के बाद मध्य-पूर्व में तनाव कम होने की संभावना से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। ईरान के साथ 2015 के परमाणु समझौते पर आपातकालीन वार्ता एक सकारात्मक कदम हो सकता है लेकिन यदि यूरोपीय देश समझौते को बचाने में असफल होते हैं तो ईरान अपनी परमाणु प्रतिबद्धता को कम करता रहेगा।
कच्चे तेल की कीमतों के 3,950 रुपये पर बाधा के साथ 3,840 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। प्रस्तावित बैठक में अमेरिका को शामिल नहीं किया गया है जिसने मई 2018 में परमाणु समझौते से हाथ पीछे खींच लिया था और ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। है। ईरान ने हाल ही में एक ब्रिटिश टैंकर को पकड़ लिया था जिससे होर्मुज स्ट्रेट में तनाव काफी अधिक हो गया है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतें 153 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 145 रुपये तक गिर सकती हैं। गैस की माँग में मामूली बढ़ोतरी के बीच अधिक उत्पादन के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2019)
कच्चे तेल की कीमतों के 3,950 रुपये पर बाधा के साथ 3,840 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। प्रस्तावित बैठक में अमेरिका को शामिल नहीं किया गया है जिसने मई 2018 में परमाणु समझौते से हाथ पीछे खींच लिया था और ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। है। ईरान ने हाल ही में एक ब्रिटिश टैंकर को पकड़ लिया था जिससे होर्मुज स्ट्रेट में तनाव काफी अधिक हो गया है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतें 153 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 145 रुपये तक गिर सकती हैं। गैस की माँग में मामूली बढ़ोतरी के बीच अधिक उत्पादन के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2019)